अब हम समझे तेरे चेहरे पे तिल का मतलब,
हुस्न की दौलत पे दरबान बिठा रखा है
कुछ तो रहने दो तेरे मेरे दरमियाँ ….
आज रंजिशें हैं तो क्या हुआ कल इश्क़ भी तो था……

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अब हम समझे तेरे चेहरे पे तिल का मतलब,
हुस्न की दौलत पे दरबान बिठा रखा है
कुछ तो रहने दो तेरे मेरे दरमियाँ ….
आज रंजिशें हैं तो क्या हुआ कल इश्क़ भी तो था……